Best 30 Sharabi Shayari in Hindi | शराबी शायरी हिंदी

दोस्तों अगर आप Sharabi Shayari की तलाश करते हुए यहा तक पहुँचे है, तो आप बिल्कुल सही जगह आये है। हम आपके लिए बेहतरीन 30 Sharabi Shayari in Hindi लेकर आए है। आज का यह पोस्ट उन्हीं लोगो ले लिए है जो Sharabi Shayari पढ़ना पसंद करते हैं।

इस पोस्ट में हमने Best Sharabi Shayari in Hindi, Sharabi Shayari Status और Images आदि डालें हैं जिसे आप अपने दोस्तों के साथ और सोशल मिडिया पर भी Share कर सकतें हैं।

 

 

 

एक वक्त था जब तेरी आँखों से पी कर जीते थे,
लाख बुरे थे लेकिन शराब कभी नहीं पीते थे।
 

Sharabi Shayari in Hindi

Sharabi Shayari
ना ज़ख्म भरे, ना शराब सहारा हुई,
ना वो वापस लौटे, ना मोहब्बत दोबारा हुई।
 
 
एक बार टूट जाए दिल तो,
फिर ना किसी से मोहब्बत दुबारा होती है,
जब आए उस बेवफा की याद तो,
फिर जीने का शराब ही सहारा होती है।
 
 
लबो पे आज उनका नाम आ गया,
प्यासे के हाथ में जैसे जाम आ गया,
डोले कदम तो गिरा उनकी बाहों में जाकर,
आज हमारा पीना ही हमारे काम आ गया।
 
 
नशा हम किया करते हैं,
इल्ज़ाम शराब को दिया करते हैं,
कसूर शराब का नहीं उनका है,
जिनका चेहरा हम जाम में तलाश किया करते हैं।
 
 
मयखाने बंद कर दे चाहे लाख दुनिया वाले,
पर शहर में कम नही है, निगाहों से पिलाने वाले।
 

Broken Heart Sharabi Shayari

Sharabi Shayari
कुछ नशा आपकी बात का है,
कुछ नशा धीमी बरसात का है,
हमें आप युही शराबी मात कहिये,
ये नशा आपसे पहली मुलाकात का है।
 
 
रहता हूँ बहका बहका तो शराबी ना समझना,
कभी किसी की यादें भी बहका दिया करती हैं।
 
 
जाम पे जाम पीने से क्या फायदा दोस्तों,
रात को पी हुई शराब सुबह उतर जाएगी,
अरे पीना है तो दो बूंद बेवफा के पी के देख, 
पूरी उमर नशे में गुज़र जाएगी।
 
 
इतना पीता हू मैं की मदहोश रहता हू,
सब कुछ समझता हू पर खामोश रहता हू,
जो लोग करते है मुझे गिराने की कोशिश,
मै अक्सर उन्ही लोग के साथ रहता हू।
 
 
यादों से सलाम लेता हूँ,
वक्त के हाथ थाम लेता हूँ,
ज़िन्दगी थम जाती है पल भर के लिए,
जब हाथों में शराब-ए-जाम लेता हूँ।
 

Sharabi Shayari Hindi

Sharabi Shayari
मै तोड़ लेता अगर तू गुलाब होती,
मै जवाब बनता अगर तू सवाल होती,
सब जानते है मैं नशा नही करता,
मगर मै भी पी लेता अगर तू शराब होती।
 
 
शराब और इश्क़ कि फितरत एक सी है,
दोनों में वही नशा और वही दिलकशी है, 
एक दिन तौबा करो उनसे तो,
दुसरे दिन वही दीवानगी और वही खुदखुशी है।
 
 
जाम तो यू ही बदनाम है यारों,
कभी इश्क करके देखो,
या तो पीना भूल जाओगे,
या फिर पी-पी के जीना भूल जाओगे।
 
 
नशा हम किया करते है,
इलज़ाम शराब को दिया करते है,
कसूर शराब का नहीं उनका है,
जिनका चेहरा जाम मै तलाश किया करते है।
 
 
आंखे है उनकी या है शराब का मेहखना,
देख कर जिनको हो गया हूँ मै दीवाना,
होठ है उनके या है कोई रसीला जाम,
जिनके एहसास की तम्मना में बीती है हर शाम।
 

Sharabi Shayari Hindi Me

Sharabi Shayari
जो पीने-पीलाने की बात करते है,
कह दो ऊनसे कभी हम भी पीया करते थे,
जीतने मे यह लोग बहक जाते है,
ऊतनी तो हम ग्लास मे ही छोड दीया करते थे।
 
 
थोड़ी सी पी शराब थोड़ी उछाल दी,
कुछ इस तरह से हमने जवानी निकाल दी।
 
 
अगर गम मोहब्बत पर हावी नहीं होता,
तो खुदा की कसम मैं शराबी न होता।
 
 
शराबी बनकर खुश हो लेता हूँ,
हर जाम से दर्द भर लेता हूँ,
एक बेवफा का नशा तो मुझे हर पल रहता है,
इस शराब से थोड़ा होश संभाल लेता हूँ।
 
 
ना कभी पीते थे ना कभी पिलाते थे,
हम तो बस उनकी नज़रों से नज़र मिलाते थे,
ना जाने कैसे हम उनसे आँखें मिला बैठे,
जो सिर्फ हमे अपनी निगाहों से पिलाते थे।
 

Daru Sharabi Shayari

Sharabi Shayari
शराबी इलजाम शराब को देता है,
आशिक इलजाम शबाब को देता है,
कोई नहीं करता कबूल अपनी भूल,
कांटा भी इलजाम गुलाब को देता है।
 
 
रोक दो मेरे जनाज़े को जालिमों,
मुझमें अब जान आ गयी है,
पीछे मुड़के तो देखो कमीनो,
दारू की दुकान आ गयी है।
 
 
यारो कहा मैं शौख से पीता हूँ,
गम भुलाने के लिए होश से पीता हूँ,
मत कहिये मुझसे शराब छोड़ने के लिए,
शराब पीता हु तभी तो मैं जीता हूँ।
 
 
शराबी नाम न दो मुझको,
मैं तो कभी-कभी पीता हूँ,
पहली बार आया हूँ मयखाने में,
रोज़ तो घर ही पर पीता हूँ।
 
 
पीके रात को हम उनको भुलाने लगे,
शराब में गम को मिलाने लगे,
शराब भी बेवफा निकली यारों,
नशे में वो और भी याद आने लगे।
 
 
मंजिल उन्हीं को मिलती है,
जिनके हौसलों में जान होती है,
और बंद भट्ठी में भी दारू उन्हीं को मिलती है,
जिनकी भट्ठी में पहचान होती है।
 
 
दूसरों के लिए ख़राब ही सही,
हमारे लिए तो ज़िन्दगी बन जाती है,
सौ ग़मों को निचोड़ने के बाद ही,
एक कतरा शाराब बन जाती है।
 
 
कुछ भी बचा न कहने को हर बात हो गई,
चलो कहीं शराब पिएँ रात हो गई।
 
 
रात चुप है मगर चाँद खामोश नहीं,
कैसे कहूँ आज फिर होश नहीं,
इस तरह डूबा हूँ तेरी मोहब्बत की गहराई में,
हाथ में जाम है और पीने का होश नहीं।
 
 
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तो दोस्तों कैसा आपको हमारा यह Sharabi Shayari in Hindi पोस्ट। हम आशा करते है कि आपको ये शराबी शायरी हिंदी पसंद आई होगी। अगर आपको यह शायरियां अच्छी लगी हो, तो अपने दोस्तों को भी Share जरुर करें और यदि आपके मन में कोई सुझाव या सवाल है तो आप हमें Comment के माध्यम से बता सकतें हैं।

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