जिसे तुम समझ सको वो बात है हम, जो नई सुबह लाये वो रात है हम, तोड़ देते है लोग रिश्ते बनाकर, जो सुख दुख में साथ दें वो हमसफर हैं हम।

बिन कहे ही तूने मुझे सब कुछ दे दिया है, आंखों से आंसू और दिल से सारा दर्द ले लिया है।

उल्फत में अक्सर ऐसा होता है, आँखे हंसती हैं और दिल रोता है, मानते हो तुम जिसे मंजिल अपनी, हमसफर उनका कोई और होता है।

हमसफर बन गए हमनवा बन, तुम मेरे आसमां मेरी जमीन बन गए।

सफर पर निकले थे, हमसफर से मुलाकात हो गयी, जमाना कहता है इश्क जिसे, तुमसे वही बात हो गयी।

राह-ए-वफ़ा में कोई हमसफर जरूरी है, ये रास्ता कहीं तनहा कटे तो मुश्किल है, जहाँ भी जाऊँ ये लगता है तेरी महफ़िल है।

रूह-ए-जिंदगी हर वक्त, मेरी आंखों में बसी रहती है, तकदीर तो कभी हमसफर, का चोला पहन आती है।

गगन से भी ऊंचा मेरा प्यार है, तुझी पर मिटूंगा ये इकरार है, तू इतना समझ ले मेरे हमसफ़र, तेरे प्यार से मेरा संसार है।

जिंदगी देने वाले मरता छोड़ गये अपनापन जताने वाले तन्हा छोड़ गये जब पड़ी जरूरत हमें अपने हमसफर की वो जो साथ चलने वाले रास्ता मोड़ गये।

अंधेरों को चिरागों तले पनाह दी है तुमने, इस वीरान दिल की जमी पर बारिश की है तुमने।